कबिरा यह तन जात है, सके तो ठौर लगा (अर्थ) कबिरा यह तन जात है, सके तो ठौर लगा । कै सेवा कर साधु की, कै गोविंद गुनगा ।। अर्थ: कबीर दास जी कहते हैं, यह जीवन (शरीर) दिन प्रति दिन जा रहा है, इसको संतों की सेवा और भगवान के स्मरण, भजन इत्यादि सही कामों में अभी ठौर लगा लो। Tags: kabir das, kabir ke dohe, कबीर के दोहे Read more articles Previous Postकथा कीर्तन कुल विशे, भव सागर की नाव (अर्थ) Next Postकली खोटा सजग आंधरा, शब्द न माने कोय (अर्थ) You Might Also Like समय के ऊपर कबीर के दोहे – kabir ke dohe May 27, 2023 गारी ही सो ऊपजे, कलह कष्ट और भींच (अर्थ) May 1, 2023 तन बोहत मन काग है, लक्ष योजन उड़ जाय (अर्थ) May 17, 2023 Leave a Reply Cancel replyCommentEnter your name or username to comment Enter your email address to comment Enter your website URL (optional) Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.